उद्योगपति रतन टाटा ने देश के करोड़ों बुजुर्गों के लिए एक बहुत बड़ा कदम उठाया है. रतन टाटा ने इस स्टार्टअप में निवेश किया है जिससे देश में अकेलेपन से दूसरे बुजुर्गों के लिए काफी मदद साबित होगी। रतन टाटा ने मंगलवार के दिन स्टार्टअप गु़डफेलो (Goodfellows) में निवेश करने की घोषणा की तथा जो ऐसे यह स्टार्टअप ऐसे बुजुर्ग नागरिकों की सेवा के लिए सहयोग प्रदान करता है जो अकेलेपन का दर्द झेल रहे हैं.
(Goodfellows) गु़डफेलो स्टार्टअप
जैसा कि आप सभी जानते हैं 80 वर्षीय उद्योगपति रतन टाटा स्टार्टअप में निवेश करने के लिए सक्रिय समर्थक रहे हैं. अब तक रतन टाटा द्वारा 50 से अधिक कंपनियों में निवेश किया जा चुका है. तथा इस नए स्टार्टअप उसका नाम है इसकी स्थापना शांतनु कार्नेल विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र टाटा कंपनी के जनरल मैनेजर ने कहा कि पूरे देश में शुरू करना चाहते हैं. लेकिन इसकी गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
शांतनु नायडू ने कहा कि रतन टाटा उनके पास मार्गदर्शक और एक सबसे अच्छे दोस्त हैं. उन्होंने कहा कि इस स्टार्टअप का आइडिया भी रतन टाटा को देखकर ही आया था. जो उनके करें जो उनसे करीब पांच दशक बड़े हैं यह स्टार्टअप वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों के साथी के रूप में काम करने के लिए युवा स्नातकों को काम पर रहता है आमतौर पर एक साथी सप्ताह में तीन बार ग्राफ से मिल जाता है और 4 घंटे तक रहता है. एक महीने में मुक्ति सेवाओं के बाद कंपनी 1 महीने में ₹5000 मासिक शुल्क लेती है कंपनी आर्थिक राजधानी में बीटा चरण में पिछले 6 महीनों में 20 अंकों के साथ काम कर चुकी है तथा आगे पुणे चेन्नई बेंगलुरु आदि शहरों में सेवा देने की योजना बना रही है.